Kankrej Cow - Characteristics and Performance of Kankrej (कांकरेज गाय की नस्ल )
कांकरेज गाय :-
कांकरेज नस्ल की गाय को गुजरात राज्य में बनासकंथा जिले के कांकरेज शहर में उत्पन्न माना जाता हैं | कांकरेज गाय राजस्थान के दक्षिण-पश्चिमी भागों में भी पाई जाती है, । इस पशु को दूध उत्पादन और कृषि उद्देश्यों के लिए उत्तम माना जाता है। इस नस्ल के बैल भी अच्छे भार वाहक होते हैं। अतः इसी कारण इस नस्ल के गौवंश को 'द्वि-परियोजनीय नस्ल' कहा जाता है | यह भारत की प्राचीन नस्ल मानी जाती है |नीचे विडियो देखें और विस्तारपूर्वक जानें
कांकरेज गाय की शारीरिक विशेषता :-
कांकरेज पशु की बहुत अच्छी शारीरिक बनावट होती है । यह अपने अर्धचंद आकार के सींगों के लिए जानी जाती है जो इसे अत्यधिक खूबसूरती प्रदान करते हैं दूसरी गायों के मुकाबले इनके सींग काफी मजबूत और तीखे होते हैं| कांकरेज गाय भारतीय गायों में सबसे भारी नस्लों से एक है। ये पशु अच्छा गर्मी सहिष्णुता और कीट प्रतिरोधी माने जाते हैं । कांकरेज गाय हलके भूरे से लेकर चांदी के रंग में पाए जाते हैं । इनके शरीर के बाल छोटे और मुलायम होते है ।कांकरेज गाय का दूध उत्पादन :-
कांकरेज गाय अच्छी दुग्ध उत्पादक नस्ल मानी जाती है । इस नस्ल की गाय प्रतिदिन 8 से 10 लीटर तक दूध देती है. इन गायों का वार्षिक दूध उत्पादन 1750 लीटर तक होता है ।आकर्षक बड़ा शरीर, अपने भारवाहक कौशल और अच्छे दुग्ध उत्पादन के कारण कांकरेज गाय भारतीय नस्लों में प्रसिद्द है |
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नीचे दिए गए विडियो में आप विस्तारपूर्वक जानेंगे
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Posted by Unknown at 3:14 AM No comments :
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