What is Drip Irrigation ? What are the benefits of Drip Irrigation ?

ड्रिप सिंचाई : कम पानी में अधिक उपज का वादा

टपक सिंचाई (ड्रिप सिंचाई) क्या है ? | What is Drip Irrigation ?

'ड्रिप सिंचाई', ड्रिप इरीगेशन (Drip Irrigation ) या 'टपक सिंचाई', सिंचाई की एक उन्नत विधि है जिसके प्रयोग से सिंचाई जल और खाद की पर्याप्त बचत की जा सकती है | यह एक  ऐसी विधि है जिसमें पानी को पौधों की जड़ों पर बूँद-बूंद करके टपकाया जाता है।

ड्रिप इरीगेशन जिसे 'टपक सिंचाई', 'ड्रिप सिंचाई' या 'बूँद-बूँद सिंचाई' भी कहते हैं में वाल्व, पाइप, नलियों तथा एमिटर का नेटवर्क लगाना पड़ता है।

जिन क्षेत्रों में भूमि को समतल करना महंगा या असंभव हो उन क्षेत्रों में टपक सिंचाई सर्वाधिक उपयुक्त रहती है | ड्रिप इरीगेशन के द्वारा 30-40% तक उर्वरक की बचत, 70% तक जल की बचत के साथ उपज में 100% तक वृद्ध हो सकती है |इसके साथ ही ड्रिप सिंचाई से खरपतवारों की भी कमी आती है क्योंकि सिंचाई पानी सीधे जड़ों पर पहुँचता है |और फसल की गुणवत्ता भी अच्छी होती है |

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पारंपरिक सिंचाई द्वारा जल का उचित इस्तेमाल नहीं हो पाता क्योंकि ज्यादातर पानी जमीन में रिसकर या वास्पीकरण से उड़ जाता है | इसलिए जल के उचित उपयोग के लिए आज के समय में "ड्रिप सिंचाई " बहोत जरुरी हो गयी है |

टपक सिंचाई को इस्तेमाल करने फायदे | What are the benefits of Drip Irrigation ?

ड्रिप इरीगेशन विधि के अनेक फायदे हैं -
1. ड्रिप इरीगेशन विधि में पानी सीधे फसल के जड़ों में दिया जात है जिससे आसपास अनावश्यक खरपतवार नहीं होते, जमीं के पौष्टिक तत्वा केवल जमीं को मिलते हैं और फसल अच्छी होती है |
2. इस विधि को अपनाने से फसल के जड़ क्षेत्र में पानी हमेशा पर्याप्त मात्र में रहता है |
3. इस विधि से ऊबड़-खाबड़, क्षारयुक्त, बंजर जमीन शुष्क खेती वाली और अल्प वर्षा की क्षारयुक्त जमीन और भी खेती हेतु उपयोग में लाई जा सकती है।
4. इससे मजदूरी, समय और पैसे की बचत होती है |
5. इस पद्धति से पेड़ , पौंधों का स्वस्थ विकास होता है जिनमें कीट तथा रोगों से लड़ने की क्षमता अधिक होती है और कीटनाशकों के खर्च में भी कमी आती है |
6. टपक सिंचाई द्वारा 30-60% तक सिंचाई पानी की बचत होती है |
7. इस सिंचाई में पेड़ पौंधों को प्रतिदिन जरुरी मात्रा में पानी मिलता है जिससे उनपर तनाव नहीं पड़ता, फलस्वरूप फसलों के उत्पादन व वृद्धि दोनों में बढ़ोतरी होती है |
सीमित जल संसाधनों और दिनों-दिन बढती हुई जल आवश्यकता और पर्यवारक की समस्या को कम करने के लिए ड्रिप सिंचाई निसंदेह बहोत कारगर सिद्ध हो रही है इसलिए इस विदि उपयोग पूरे विश्व में तेजी से३ बढ़ रहा है |

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